हर गांव में होगा एक इंडस्ट्रियल पार्क होगी पैसों की बरसात- Har Gaon Mein Hogi Ek Industrial Park

दोस्तों, जब भी हम उद्योग शब्द सुनते हैं तो हमें शहरों में स्थापित कारखानों का चित्र मस्तिष्क पटल पर आ जाती है, कभी आपने गावों में उद्योगों की कल्पना की है तो आपका जवाब आएगा नहीं! परन्तु आज हम आपको सरकार द्वारा बनायी गयी एक नयी योजना "हर गांव में होगा एक इंडस्ट्रियल पार्क" के बारे में बताने जा रहे है। 

हर गांव में होगा एक इंडस्ट्रियल पार्क होगी पैसों की बरसात- Har Gaon Mein Hogi Ek Industrial Park
हर गांव में होगा एक इंडस्ट्रियल पार्क होगी पैसों की बरसात- Har Gaon Mein Hogi Ek Industrial Park

योजना का नाम: हर गांव में होगा एक इंडस्ट्रियल पार्क (Har Gaon Mein Hogi Ek Industrial Park)
स्थान: गांव के गौठान की एक एकड़ भूमि आरक्षित।
व्यवसाय: कुटीर और छोटे उद्योग। 
लाभान्वित: गांव की महिला स्वसहायता समूह। 

प्रस्तावना:

कोरोना काल के इस संकट में अब सरकार के लिए सबसे बड़ी समस्या लोगों के लिए रोजगार पैदा करने की हो गयी है। छत्तीसढ़ की भूपेश सरकार ने अपने सबसे महत्वकांक्षी योजना "नरवा, गरवा, घुरुवा अउ बारी" के तहत बनाये गए गांव के गोठान अब आने वाले समय में छोटे-छोटे कुटीर उद्योग खोलने के लिए गांव के महिला स्वसहायता समूह को आगे लाने का प्रयास करेगी। हर गांव में होगा एक इंडस्ट्रियल पार्क के माध्यम से छोटे उद्योग या कुटीर उद्योग को खोलने और उससे रोजगार देने की ही यह योजना है। 

रुपरेखा:

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के हर गांव में एक इंडस्ट्रियल पार्क होगा। उन्होंने कहा कि गांव में गौठानें के लिए आरक्षित की गयी जमीन में से एक एकड़ जमीन कुटीर और छोटे उद्योगों के लिए आरक्षित रहेगी, जहां स्व-सहायता महिला समूह द्वारा लघु वनोपजों में वेल्यूएडीशन का कार्य किया जाएगा। 

श्री बघेल ने कहा कि गोधन न्याय योजना प्रदेश में 20 जुलाई को हरेली त्यौहार से शुरू की जा रही है। इस योजना में पशु-पालकों से गोबर खरीदकर गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट तैयार की जाएगी। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां गोबर की खरीदी की जाएगी। 

हर गांव में होगा एक इंडस्ट्रियल पार्क के माध्यम से महिला समूह अपने क्षेत्र के आधार पर आस पास मिलने वाले वनोपज की साफ सफाई के साथ साथ पैकिंग कर अपने ब्रांड या फिर खुले बाजार में भी बिक्री कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकते हैं। 

अन्य महत्वपूर्ण बातें:

  • कोरोना महामारी संकट के इस दौर में रोजगार के अवसर ढूँढना सबसे बड़ी प्राथमिकता है जिसे इस योजना के द्वारा आंशिक रूप से पूरी करने की कोशिश है।
  • राज्य सरकार की प्राथमिकता अधिक से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ने की है, ताकि पलायन को रोका जा सके और नागरिकों को रोजगार दिया जा सकें। 
  • भूपेश बघेल द्वारा कहा गया, यदि हिन्दुस्तान का पुर्ननिर्माण करना है, तो सबको विश्वास में लेकर कोई ऐसा काम शुरू करना होगा, जिससे सबको रोजगार मिले और सब सुखी और सम्पन्न हों यह योजना इसी कमी को पूरा करने के लिए बनाया गया है। 
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में लोकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है। रामवन गमन पथ को विकसित करने के लिए राशि का प्रावधान करते हुए कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। 
  • छत्तीसगढ़ में अनेक सुरम्य प्राकृतिक स्थलों के साथ ऐतिहासिक धरोहरेें है। यहां पर्यटकों के लिए सुविधा विकसित कर पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में काम किया जा रहा है जिससे राज्य में रोजगार बढ़े साथ में पर्यटन से आमदनी को भी बढ़ाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने आज एक इलेक्ट्रॉनिक समाचार चैनल हिन्दी खबर द्वारा आयोजित ई-कॉन्क्लेव के समापन अवसर पर यह बात कही। श्री भूपेश बघेल ’रिस्टार्ट छत्तीसगढ़ ऑफ्टर लॉकडाउन’ विषय पर आयोजित इस कॉन्क्लेव में रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। उन्होंने गांधी जी की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुरू की गई सुराजी गांव योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि यह योजना छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक मजबूत आधार स्तंभ साबित होगी। इस योजना के माध्यम से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की कल्पना साकार होगी।

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